।। विद्यावंतं
यशस्वतं लक्ष्मीवंतं
जनं कुरू ।।
।। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ।।
यह एक श्रीमद् देवीभागवतमहापुराणका तत्त्वज्ञान अनुभव प्राप्त करा
देनेका उपक्रम है । देवीभागवतमहापुराणके
तत्त्वज्ञान
आज भी कैसे उपयुक्त है ये बतानेका
प्रयास है । इस
पुराणमे आद्यशक्तीका महत्त्व तथा उपासनेका वर्णन किया है
।
उसको स्थलका, कालका, वंशका, जातीका, तथा धर्मका
कोई बंधन नही है । यह तत्त्वज्ञान नित्य निरंतर सभीके लिये उपयुक्त
है ।
इसमे चिंतनका, तथा मनुष्य-जीवनकी सार्थकतेका उपदेश है । इसी तत्त्वज्ञानका प्रसार कराना यही इस उपक्रमका प्रमुख उद्दीष्ट है ।
श्रीमद् देवीभागवतमहापुराणके प्रत्येक स्कंधपर पाच प्रश्न करके बारह महीनोंका यह अभ्यासक्रम तयार किया गया है ।
श्रीमद् देवीभागवतमहापुराणका अभ्यास करते समय प्रत्येक मासमे हर स्कंधका पंधरह दिन हररोज एकाग्रतासे पठण, श्रवण करना चाहिये । उसके बाद सात दिन चिंतन करना
चाहिये । उसके बाद प्रश्नका उत्तर अपनी भाषामे लिखना चाहिये ।
श्रीमद् देवीभागवतमहापुराण-सार्थ गीताप्रेस, गोरखपुर इस पुस्तकका अभ्यास करना चाहिये । प्रत्येक
मासमे हर स्कंधके प्रश्नका उत्तर पत्राद्वारे परतीका टपालासहित भेजना चाहिये । स्वामी मोहनदास, (भ्रमणध्वनी-९४२०८५९६१२) एल ५०७ चंद्रमा-विश्व
धायरी पुणे-४११०४१ इस पतेपर भेजना
चाहिये । प्रश्नका उत्तर शंका निरसन तथा जानकारी के लिये,
संपर्क अवश्य करना । (भ्रमणध्वनी-९४२०८५९६१२) आपके मार्गदर्शन
करके आपके प्रश्नका उत्तर आपको वापीस भेजे जाते है ।
श्रीमद् देवीभागवतमहापुराणाचा स्कंधानुसार एक वर्षाचा अभ्यासक्रम
स्कंध पहिला
१. जनकराजाने शुकदेवको क्या उपदेश किया ?
२. व्यासजीने शुकदेवको गृहस्थाश्रमका
क्या वर्णन किया ?
३. व्यासजीने तप किसलिये किया ?
४. नारदजीने व्यासजीको
क्या देवीमाहात्म्य बताया ?
५. देवीभागवतमहापुराणके
पाच लक्षण कौनसे
है ?
स्कंध दुसरा
१. जनमेजयको शांतिप्राप्तीचा उपाय कौनसा बताया ?
२. धृतराष्ट्रको धनसामग्री देतेसमय भीम क्या बोला ?
३. कुंती,गांधारी,सुभद्रा इन्होने व्यासजीको क्या मागा ?
४. देवव्रतने कौनसी भीष्म प्रतिज्ञा की ?
५. व्यासजीकी जन्मकथा क्या है ?
स्कंध तिसरा
१. नवरात्र-व्रताचे माहात्म्य क्या है ?
२. नवरात्र-व्रत कैसे करना चहिये ?
३. त्रिगुणोंका वर्णन कैसे किया है
?
४. भगवतीने अपने स्वरूपका वर्णन कैसे किया है ?
५. विष्णुंने भूवनेश्वर-स्तुति किस प्रकार की
गयी है ?
स्कंध चौथा
१. श्रीहरिके अवतारोंका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
२. श्रीकृष्ण चरित्र किस प्रकार बताया
है ?
३. अहंकारका निरूपण किस प्रकार की
गया है ?
४. मायाका प्रभाव किस प्रकार होता
है ?
५. कर्मबंधन किस प्रकार होता
है ?
स्कंध पाचवा
१. देवताओंने भगवतीको कौनसी आयुधे प्रदान की ?
२. सुमेधामुनीने देवीका तप किस प्रकार
किया ?
३. सुमेधामुनीने देवी-माहात्म्यका
वर्णन किस प्रकार किया ?
४. देवताओंने भगवती-स्तुतिका वर्णन किस प्रकार किया
?
५. भगवती किस
प्रकार प्रकट हो गयी ?
स्कंध छठा
१. नारदजीने विष्णु दर्शनका वर्णन किस प्रकार किया ?
२. कलि-दोषके मुक्तिका मार्ग कौनसा है ?
३. चित्त-शुध्दीके लिये
कौनसा उपदेश किया है ?
४. कलियुगका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
५. कर्म गतिका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
स्कंध सातवा
१. देवीके पुजन-विधीका वर्णन किस प्रकार किया है ?
२. भगवतीद्वारा श्रेष्ठ भक्तिका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
३. भगवतीके विराट रूपका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
४. सिध्दपीठोंका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
५. शाकंभरी देवीका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
स्कंध आठवा
१. तिथीके अनुसार देवी पूजनका वर्णन किस प्रकार किया है ?
२. विवीध नरकोंका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
३. गंगा नदीका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
४. सप्तपाताळोंका वर्णन किस प्रकार किया
है ?
५. मनुने भगवती-स्तुति किस प्रकार की है ?
स्कंध नववा
१. पापकर्मसे कौनसी योनि प्राप्त होती है ?
२. सावित्री और धर्मराजका संवाद किस प्रकार हुवा
है ?
३. दिव्यलोक प्राप्तीके
लिये कौनसे कर्म करना पडता है ?
४. तुलसी-चरित्र वर्णन किस प्रकार किया है ?
५. सरस्वती-कवचका वर्णन किस प्रकार किया है ?
स्कंध दसवा
१. महिषासूरमर्दिनी कैसी प्रकट हुयी ?
२. देवताओंने विष्णुं-स्तुति किस प्रकार की
है ?
३. मनुपुत्रोंका वर्णन किस प्रकार कीया
है ?
४. मनुपत्रोंने भगवतीका तप किस प्रकार कीया है ?
५. स्वायंभुव मनुने भगवतीकी आराधना किस प्रकार की
है ?
स्कंध ग्यारहवा
१. भस्म-स्नानका महिमा किस प्रकार कीया है ?
२. गायत्री महिमा किस प्रकार कीया
है ?
३. विवीध रूद्राक्षोंका
वर्णन किस प्रकार कीया
है ?
४. भूत-शुध्दीका वर्णन किस प्रकार कीया है ?
५. सदाचारका वर्णन किस प्रकार कीया
है ?
स्कंध बारहवा
१. देवीभागवतमहापुराणका महिमा वर्णन किस प्रकार कीया है ?
२. जगदंबेच्या भवनातील मंडपांचे वर्णन वर्णन किस प्रकार कीया है ?
३. भगवतीच्या निवासस्थानाचे वर्णन वर्णन किस प्रकार कीया है ?
४. गायत्री-सहस्त्र नाममेसे दस नामका वर्णन किस प्रकार कीया है ?
५. गायत्री-कवचका वर्णन किस प्रकार कीया है ?
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