Monday, 5 June 2017

भगवद-चर्चा स्वाध्याय






 यह  एक  का भगवद-चर्चाका  तत्त्वज्ञान  प्राप्त करा देनेका  उपक्रम  है ।  भगवद-चर्चाका    तत्त्वज्ञान  आज भी  कैसे  उपयुक्त है ये बतानेका  प्रयास है । इस    ग्रंथमे हनुमानजी पोद्दारने अपने अनुभवसे प्राप्त भगवानका महत्त्व  तथा  उपासनाका  वर्णन किया है । उसको  स्थलका,  कालका,  वंशका,  जातीका,  तथा धर्मका  कोई  बंधन  नही है । यह  तत्त्वज्ञान  नित्य निरंतर  सभीके   लिये उपयुक्त है । इसमे चिंतनका, तथा मनुष्य-जीवनकी  सार्थकताका  उपदेश  है । इसी  तत्त्वज्ञानका  प्रसार  कराना यही  इस  उपक्रमका  प्रमुख उद्दीष्ट  है ।
भगवद-चर्चाका  प्रत्येक  विभागपर  पाच प्रश्न करके बारह  महीनोंका  यह अभ्यासक्रम  तयार किया गया है । 
भगवद-चर्चा  लेखक हनुमानजी पोद्दार गीता प्रेस गोरखपूर इस ग्रंथका अभ्यास  करते समय  प्रत्येक  मासमे  हर विभाग का  पंधरह दिन  हररोज  एकाग्रतासे  पठण,  श्रवण  करना चाहिये ।  उसके बाद  सात  दिन  चिंतन करना चाहिये ।  उसके बाद  प्रश्नका उत्तर अपनी  भाषामे   लिखना चाहिये । 
प्रत्येक  मासमे  हर स्कंधके  प्रश्नका उत्तर पत्राद्वारे  परतीका  टपालासहित  भेजना चाहिये । स्वामी  मोहनदास,  (भ्रमणध्वनी-९४२०८५९६१२)    एल  ५०७  चंद्रमा-विश्व  धायरी   पुणे-४११०४१ इस पतेपर भेजना चाहिये । प्रश्नका उत्तर शंका  निरसन  तथा जानकारी के लिये, संपर्क  अवश्य करना । (भ्रमणध्वनी-९४२०८५९६१२) आपके मार्गदर्शन  करके आपके प्रश्नका उत्तर आपको वापीस भेजे जाते है ।

भगवद-चर्चा  का विभागपर  एक  बरसका  अभ्यासक्रम
भाग  पह्ला (न्मास पहला)
 .  दिव्य संदेश क्या है ?
 .  नामके दस अपराध कौनसे है ?
 .  ईश्वर भक्त के लक्षण क्या है ?
 .  भगवद प्रेम के लक्षण क्या है ?
 .  भगवद-प्रेम क्या विश्व-प्रेम है ?
भाग  पह्ला (मास  दुसरा)
 .  भगवान कहा रहते है ?
 .  गोपी प्रेम कैसा है ? 
 .  चार प्रश्नोंका उत्तर क्या है ?
 .  भगवानमे शरणागती कैसी होनी चहिये ?
 .  भगवानकी सर्वव्यापकता कैसी ?
भाग  दुसरा (मास  तिसरा)
 .  हम क्या नही चाहते ?
 .  जीवकी तृप्ती कैसे हो ?
 .  श्रध्दा की कमी का कारण क्या है ?
 .  क्या ईश्वरके घर न्याय नही है ?
 .  सच्ची साधना कौनसी है ?
भाग  दुसरा  (मास चौथा)
 .  भक्तीके साधन कितने है  ?
 .  होलीपर कौनसा कर्तव्य है ?
 .  मन कैसा साफ करे ?
 .  पहले अपनी ओर क्यो देखे ?
 .  सती महिमा क्या है ?
भाग  तिसरा (मास पाचवा)
 .  नटनागर श्रीगोपाललालका ध्यान कैसा करे ?  
.  अवतार तत्त्व क्या है ?
.  गृहस्थके लिये साधारण नियम कौनसे है ?
.  वैष्णवोंकी द्वादश शुध्दी कौनसी है ?
 .  ----- ?
भाग तिसरा (मास छ्ठा)
 .  पुरूषोत्तम तत्त्व क्या है ?
 .  गोरक्षाके कितने साधन है ?
.  श्रेष्ठ धर्म कौनसा है ? 
 .  संकटसे बचनेके लिये कौनसे उपाय है ?
 .  पाश्चात्य संस्कृती कैसी है ?
भाग चौथा मास सातवा
 .  संतके लक्षण क्या है ?
 .  गृहस्थके धर्म क्या है ?
 .  भगवानका स्मरण कैसे करे ?
 .  परमार्थ साधनके विघ्न कितने है ?
 .  गुरूके सदाचारसे शिष्य का आचरण कैसे होता है ?
भाग चौथा (मास आठवा)
 .  सेवापराध कितने है ?
 .  सच्चा भिखारी कौन है ? 
 .  श्रीराधाजी कौन है ?
 .  महायोग तत्त्व क्या है ?
 .  भोजन साधन क्या है ?
भाग  पाचवा(मास नववा)
 १. मृत्युंजय योग क्या है ?
 .  पंचमहायज्ञ किस प्रकार करे ? 
 .  रासलिलाकी महिमा क्या है ?
 .  नारदजीने श्रीराधाजीका स्तवन किस प्रकार किया है ?
 .  श्रीराधाजीने उध्दवको क्या उपदेश  किया ?
भाग पाचवा (मास दसवा)
 .  दस प्रकारकी नौ-नौ बाते कौनसी है ?
 .  सेवाकी सात बाते कौनसी है ?
 .  पुत्रका पिताको आदर्श उपदेश कौनसा है ?
 .  जीव क्या है और उसका बंधन कबसे है ?
 .  भगवानकी शरण पानेका आधिकारी कौन है ?
भाग छ्ठा (मास ग्यारहवा)
 .  शरणागतीके साधनमे कितने भाव है ?
 .  भगवत चिंतनसे परमशांती कैसे मिलती है ?
 .  भगवानके आश्वासनपर कैसे विश्वास करे ?
 .  पति का धर्म क्या है ?
 .  अद्वैतवाद कया है ?
भाग  छ्ठा (मास बारहवा)
 .  पुरूषोत्तम मासके नियम क्या है ?
 .  तमाखूसे क्या हानि होती है ?                            
.  हरिनामका क्या महत्त्च है ?
 .  पाच पुत्रोंके लक्षण कैसा है ?
 .  अंतर्याग और बहिर्याग किस प्रकार होता है ?


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